त्योहारों के सीजन में घर पर मिठाई बनाना पसंद करते हैं. लेकिन जिस घी का वे इस्तेमाल करते हैं क्या वह असली है? सवाल इसलिए भी क्योंकि मार्केट में नकली घी का पूरा तंत्र हैं.
त्योहारों के इस सीजन में हर कोई अपने घर में स्वादिष्ट व्यंजन बनाकर आनंद उठाना चाहता है घर में आए मेहमानों को घी में बने पकवान मिठाई इत्यादि परोसना हर किसी की इच्छा होती है. इस क्यों हारी सीजन में बच्चे भी जमकर मिठाई इत्यादि का सेवन करते हैं. लेकिन अगर इन्हें बनाने में इस्तेमाल किया जाने वाला घी नकली हो तो यह स्वास्थ्य के लिए बहुत नुकसानदायक भी हो सकता है. अगर आप बाजार जहर जल्दी जल्दी में बिना किसी पड़ताल के घी खरीदते हैं तो संभावना हैं की नकली हो क्योंकि दीपावली का समय चल रहा हैं और यह वह समय होता हैं जब घी की मांग भी काफी ज्यादा बढ़ जाती हैं. माना जाता हैं की दिवाली पर 2 लाख किलो ग्राम घी का उपयोग किया जाता हैं. 2023 में घी का कारोबार भारत में 3.2 लाख करोड़ रुपए का था और दस साल में इसके 6.9 लाख करोड़ तक पहुंचने की उम्मीद हैं. मांग इतनी अधिक होने की वजह से कुछ लोग इसका फायदा उठते है और लोगों की सेहत को नुकसान पहुंचाने वाले नकली घी को भी असली बताकर बेच देते हैं.
अगर आप दुकानदार से पूछते हैं की भाई साहब यह भी असली है ना? तो जवाब हमेशा हां में ही आएगा. इसलिए यहां आपको सतर्क रहने की आवश्यकता हैं आप इस त्योहारी सीजन में दुकान पर खाने का सामान खरीदने जाते हैं तो पूरी सावधानी बरतनी चाहिए क्योंकि मार्केट में धड़ल्ले से नकली घी बिक रहा है. कुछ लोग पैसे कमाने के लिए लोगों की सेहत के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं और नकली घी को बढ़ावा दे रहे हैं.
अमूल घी का असली पैकेट और मिलता जुलता नकली पैकेट
कुछ दुकानदार और व्यापारी असली और भारत में घी के मामले में जो मशहूर ब्रांड हैं उनके डिब्बों में नकली घी भर देते हैं. ये लोग अपने घी के लिए पॉपुलर ब्रांड के घी वाले डिब्बे का नकली वर्जन बिना लेते हैं. अमूल भारत में एक बड़ी ब्रांड है जिसके घी बाजार में खूब बिकते हैं लोग भी अमूल ब्रांड के घी को खरीदना पसंद करते हैं. इसीलिए यह नकली घी बेचने वाले लोग अमूल घी के नकली पैकेट का सहारा लेते हैं. आज तक ने इस नकली घी के रैकेट का स्टिंग ऑपरेशन किया है.
इन्वेस्टिगेशन टीम ने उत्तर प्रदेश के हाथरस में पड़ताल की ओर घी के निर्माण केंद्रों का हाल जाना जिसके तहत तीन ने घी बेचने वाली दुकानों का दौरा किया और ग्राहक बनकर सच जानना चाहा. टीम घी बनाने वाले व्यक्ति तक पहुंची जिसका नाम विष्णु था टीम ने विष्णु को यह भरोसा दिलाया ताकि वह उनके सामने खुलकर बात कर सके. विष्णु को लगा की ये लोग थोक में घी खरीदने वाले हैं. बातचीत में विष्णु ने बताया कि वह मार्केट में जो घी पॉपुलर है उसके नकली पैकेट बनाकर नकली घी तैयार कर सकता हैं.
विष्णु ने बताया कि असल में इस घी को डालडा और रिफाइंड करके बनाया जाता हैं. विष्णु ने यह भी बताया की वह अमूल के अलावा कुछ अन्य ब्रांड वाले घी को भी नकली डिब्बों में उपलब्ध करा सकता हैं.
विष्णु : आपको अमूल टीन चाहिए न?
रिपोर्टर : हां, हमें अमूल वाला चाहिए.
विष्णु : आपको अमूल टीन मिलेगा.
रिपोर्टर : ठीक है इसकी क्या कीमत होगी?
विष्णु : एक किलो के कार्टन की कीमत 240 रुपए होगी.
विष्णु ने टीम को बताया की वह घी का एक किलो का पैकेट 240 रुपए में उपलब्ध करवा सकता हैं. इतने सस्ते में एक किलो के घी का मिलना यह दर्शाता है की घी की गुणवत्ता और असलियत क्या होगी. अगर हम देखे तो बजट में घी का भाव 600 का हैं. यह एक कहानी हैं लेकिन न जाने ऐसे कितने ही लोग होंगे जो नकली घी का धंधा करते होंगे और चंद पैसे के लिए लोगों की सेहत को नुकसान पहुंचाते हैं. देखा जाए तो इस तरह नकली घी बनाने, उसे असली दिखने वाले पैकेट में भरने से लेकर बाजार में सप्लाई करने तक एक पूरा नेटवर्क काम करता हैं.
अमूल कंपनी ने बताया ऐसे पहचाने असली घी
अमूल कंपनी ने असली और नकली अमूल घी के बीच भ्रम दूर करने के उद्देश्य से डुप्लीकेशन प्रूफ कार्टन पैक शुरू किया हैं. यह एक तरह के एडवांस पैकेजिंग होगी जो एसेप्टिक फीलिंग टेक्नोलॉजी हैं.
नकली घी की असली महक
यह बहुत सी सामान्य बात है की बहुत से लोग यह जानने के लिए की घी शुद्ध हैं या नहीं के लिए उसे सूंघते हैं और अगर गंध बहुत ही अच्छी आती हैं तो वे इसे असली और शुद्ध घी मान लेते हैं. अब आप यह जानकर चौंक जाएंगे की मार्केट में जो नकली घी बिक रहा है उसकी भी महक असली घी के बराबर ही हैं. केवल सूंघकर, महक लेकर यह बताना बहुत मुश्किल है कि घी असली है या नकली.
अमूल का टोल पर नंबर
अगर आप अमूल के टोल फ्री नंबर पर कॉल करना चाहते हैं तो इसका टोल फ्री नंबर हैं – 1800 258 3333. अगर ग्राहक को कोई समस्या हो घी के संबंध में कोई सवाल हो तो इस टोल फ्री नंबर पर कॉल किया जा सकता हैं.