टमाटर ने भरी दाम की रफ्तार, सेब को पछाड़ 100 रुपए पर पहुंचे टमाटर के दाम. लोगों के मुंह से निकल रहा ‘ आह! टमाटर बड़े महंगे ‘
बीते कुछ दिनों से टमाटर की कीमतें बढ़ती जा रही है. न केवल किसी एक जगह बल्कि ज्यादातर हिस्सों में इसका प्रभाव देखा जा रहा है. बहुत सी मात्रा में टमाटर खराब हो चुका है जिसकी वजह से आगे से भी माल नहीं आ रहा हैं और आवक बुरी तरह प्रभावित हो गई. नतीजन टमाटर महंगा हो गया. नागपुर में टमाटर 100 से 120 रुपए प्रति किलो तक बिक रहा हैं जबकि बाजारों में सेब 70 रुपए किलो मिल रहा हैं.
सबसे ज्यादा टमाटर की पैदावार नासिक में होती है अधिकांश टमाटर यहीं से देश के अलग-अलग हिस्सों में सप्लाई किए जाते हैं लेकिन अप्रत्याशित बारिश ने सारा खेल बिगाड़ दिया. बारिश की वजह से टमाटर की फसल खराब हो गई यह पहली बार नहीं हैं हर बार इस तरह साल में कम से कम एक बार टमाटरों के भाव में उछाल आता है. इसकी वजह से आम आदमी को नुकसान होता हैं. जिन लोगों को टमाटर अधिक पसंद होता हैं या टमाटर का इस्तेमाल करने वाले लोगों को महंगे दाम पर टमाटर खरीदना पडता हैं जो उनकी जेब को हल्की कर देता हैं.
वहीं टमाटर की खेती करने वाले किसानों का कहना है की पिछले साल टमाटर की कीमत गिर गई थी जिसकी वजह से बहुत से किसानों को हानि हुई. इसकी वजह से इस वर्ष किसानों ने अपेक्षाकृत कम टमाटर की खेती की है.
‘ आह ! टमाटर बड़े महंगे ‘
कुछ समय पहले सोशल मीडिया पर एक गाना ‘ आह टमाटर बड़े मजेदार ‘ पॉपुलर हो रहा था. आज की हकीकत इसके बिलकुल उलट है आज लोगों के मुंह से निकल रहा हैं आह टमाटर बड़े महंगे. आप सोच के देखिए कुछ दिनों पहले बड़े बड़े सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर भी इस गाने पर रील बना रहे थे लेकिन आज टमाटर ने अपनी चाल को बदला तो यह एक बार फिर सुर्खियों में आ गया.
टमाटर महंगा हुआ तो लहसुन के भाव उतर गए जो लहुसन पहले 300 रुपए प्रति किलो में बिक रहा था वह अब 180 से 200 रुपए किलो बिक रहा हैं लहसुन के भाव के नीचे आने की वजह हैं नवरात्रि, क्योंकि नवरात्रि के दिनों में लोग लहसुन खाने से परहेज करते हैं.
अच्छी क्वालिटी के टमाटर तो छोड़िए खराब क्वालिटी के टमाटर भी महंगे बिक रहे हैं. कॉटन मार्केट जैसे बाजारों में निचले और कम गुणवत्ता वाले टमाटर भी 70 से 85 रुपए किलो के भाव से बिक रहे हैं. दिल्ली की मंडी की ओर नजर डाले तो यहां भी 110 रुपय किलो भाव हैं.
उपभोगता मंत्रालय के अनुसार 4 सितंबर को टमाटर का भाव 43 रुपए प्रति किलो था जो 57 रुपए बढ़कर 100 रुपए तक पहुंच गया हैं.
कुछ किसानों को लाभ तो कुछ को हानि
किसानों की टमाटर की फसल बारिश की वजह से खराब हो गई इससे उन्हें नुकसान हुआ लेकिन कुछ किसान ऐसे भी हैं जिन्हें इसकी वजह से फायदा हुआ है क्योंकि बारिश सभी जगह नहीं हुई कुछ किसान हैं जिनके पास टमाटर हैं उन्हें बाजार में अपने टमाटर का अच्छा भाव मिल रहा हैं इसके अलावा उन किसानों को भी फायदा हो रहा है जिनके खेतों में टमाटर की फसल सही स्थिति में है और काटने लायक है. टमाटर को तोड़ने के लिए मजदूरों की आवश्यकता होती हैं अब जब स्थिति खराब हैं तो मजदूर भी सस्ती दरों के साथ काम कर रहे हैं. यह मजदूरों के लिए नुकसानदायक है लेकिन कुछ किसानों के लिए लाभदायक है.
यहीं बात कहीं विलास शिंदे ने जो टमाटर के प्रमुख खरीददार फॉर्म के अध्यक्ष हैं. शिंदे ने कहा कि कुछ किसान इसकी वजह से नुकसान झेल रहे हैं तो कुछ को फायदा हो रहा है. शिंदे ने यह भी कहा की उम्मीद हैं जब नई फसल बाजार में आएगी तो आवश्यकता की पूर्ति होने की वजह से टमाटर की कुछ मात्रा में कमी आएं.
नासिक के एक टमाटर के किसान शंकर दिखाले का कहना हैं की यह समस्या बारिश की वजह से हुई, लगभग 2 सप्ताह तक बारिश हुई जिससे खेत में पानी भर गया और टमाटर में रोग भी लगा. इस कारण से टमाटर की कीमतों ने ऊंचाई नापी, हालांकि किसान का कहना हैं की यह समस्या जल्द ही सुलझने की उम्मीद हैं.