गांधी जयंती 2024 पर जानें महात्मा गांधी की कही गई वे बाते जो हर किसी को सुननी चाहिए. आज 2 अक्टूबर 2024 को देश मना रहा है गांधी जयंती.
गांधी जयंती 2024 : महात्मा गांधी जिनका जन्म 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर में हुआ ने अपने जीवन काल में अलग-अलग वेश धारण किए. सूट बूट से लेकर धोती तक गांधी ने हर वेश धारण किया जो उन्हें उनके जीवन के ज्ञान और अनुभव के आधार पर जंचा. आज देश महात्मा गांधी की 155 वीं जयंती मना रहा है. 1948 में महात्मा गांधी की हत्या की गई थी जिसके बाद से ही 2 अक्टूबर को अवकाश घोषित कर दिया गया. देश बापू की उपलब्धियां और उनके सिद्धांतों की सराहना कर रहा है. बापू की अहिंसा की नीति ने यकीनन बदलाव लाया था. महात्मा गांधी के जयंती के दिन ही को अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस पर मनाया जाता है क्योंकि बापू अहिंसा के पुजारी थे उन्होंने सत्य और अहिंसा के पथ पर चलकर आजादी के लक्ष्य को भेंदने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
गांधी जयंती बापू के योगदानों को याद करने का दिन है यह दिन हमें उनके द्वारा दी गई सीख को जीवन में उतारने और अपनाने का भी अवसर है.
गांधी बनने में पूरी उम्र लग जाती हैं
कई फिल्मों में इस डायलॉग का इस्तेमाल किया गया है कि गांधी बने में पूरी उम्र लग जाती है. जो सही भी हैं जिस तरह लंबे संघर्ष और अनवरत प्रयासों से महात्मा गांधी जिनका पूरा नाम मोहनदास करमचंद गांधी था ने यह उपलब्धि हासिल की हैं. यह उनके प्रयासों और उनके द्वारा किए गए कर्मों का ही फल है कि देश एक सुर में उनकी जयंती मना रहा है. महात्मा गांधी के पिता का नाम करमचंद गांधी था वही उनकी माता का नाम पुतलीबाई था. गांधी बचपन से ही जिज्ञासु किस्म के बालक रहे हैं बचपन में वे ज्यादा बोलते नहीं थे बल्कि शांत रहना ज्यादा पसंद करते थे. उनके पिता अंग्रेजों के अधीन काम करते थे तथा पुतलीबाई घर का कामकाज देखती थी.
महात्मा गांधी की प्रारंभिक शिक्षा घर के निकट के स्कूल में ही हुई जो की पोरबंदर में पड़ता था. इसके बाद उच्च शिक्षा के लिए उन्हें भावनगर भेजा गया जहां उन्होंने श्यामल दास कॉलेज में अपना स्नातक की पढ़ाई की. इसके अलावा अध्ययन के उद्देश्य से उन्हें है विदेश में भी भेजा गया. इंग्लैंड में जाकर उन्होंने बेरिस्टर की पढ़ाई की तथा डिग्री हासिल की इसी वजह से महात्मा गांधी को ‘बैरिस्टर बाबू’ भी कहा जाता है. लोग उन्हें बापू कह कर भी संबोधित किया करते थे. बापू साउथ अफ्रीका भी गए जहां उन्होंने देखा कि काले गोरे में भेद किया जाता हैं उन्होंने इसका विरोध किया तथा इसके खिलाफ अभियान चलाया. महात्मा गांधी ने अपने जीवन काल में कहीं आंदोलन और अभियानों को देश तथा नेतृत्व दिया जिसमें भारत छोड़ो आंदोलन, खिलाफत आंदोलन, नस्लीय आंदोलन, असहयोग आंदोलन शामिल है.
महात्मा गांधी के कोट्स जो आपको दे सकते हैं दिशा
पहले वे आपको अनदेखा करेंगे, फिर आप पर हसेंगे, फिर आपसे लड़ेंगे तत्पश्चात आप जीत जाएंगे.
“भारत की आत्मा गांवो में बसती हैं”
“खुद वो बदलाव बनो जो तुम दुनिया में देखना चाहते हों”
हमारे जीवन का उद्देश्य दूसरों की सहायता करना है.
मैं तुम्हें आजादी दिलाने के लिए नहीं आया हूं, मेरा उद्देश्य तुम्हें स्वतंत्रता का अर्थ समझाना हैं.
“शिक्षा से मतलब है मनुष्य का संपूर्ण विकास”
डर शरीर का रोग नहीं है बल्कि यह आत्मा को मारता हैं.
अपने जीवन को एक उद्देश्य दें और उसे पूरा करने के लिए निरंतर प्रयास करें.
सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलना ही सच्ची शक्ति है.
मौन सबसे शक्तिशाली भाषण है जो दुनिया को बदल सकता है.
स्वतंत्रता एक जन्म की भांति हैं जब तक हम मानसिक और शारीरिक रूप से आजादी प्राप्त नहीं कर लेते तब तक हम आजादी से दूर गुलामी में हैं ऐसी स्थिति को कोई आजादी बताता हैं तो वह गलत हैं.
जीवन में सफलता का रहस्य है निरंतर प्रयास और स्वयं पर विश्वास रखना.